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CIMS आगजनी : महादेव हॉस्पिटल से आई राहत भरी खबर, 4 बच्चे स्वस्थ्य होकर लौटे घर…..परिजनों ने कहा शुक्रिया

आज हमन अपन लइका ला लेके घर जावाथन, महादेव अस्पताल हा हमर लइका मन के बढ़िया इलाज करीस हे, इहा के डॉक्टर मन देवता बरोबर हे | हमन तो डरागे रहेन, भगवान लग बिनती बिनोवत रेहेन फेर महादेव अस्पताल के डॉक्टर मन भगवान बनके हमर लइका के जान बचा दिस | आज महादेव हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करते हुए बेबी सुलोचना और बेबी शिवकुमारी के परिजन ने ये बात कही |

डॉ आशुतोष तिवारी ने बताया कि गंभीर हालत में महादेव हॉस्पिटल में सात बच्चों को भर्ती किया गया था, जिनमें से आज बेबी श्यामा बाई, बेबी सुलोचना बाई, बेबी शिवकुमारी, और बेबी ऑफ लक्ष्मी बाई ये चार बच्चे ठीक होके जा रही है, और बाकी शेष तीन बच्चों में से दो बच्चों के स्वास्थ्य में काफी सुधार हो रही है, वही एक बच्चे में सुधार की गति थोड़ी धीमी है लेकिन वो भी जल्दी ठीक हो जाएगी |

डॉ आशुतोष तिवारी ने बताया कि भर्ती किए गए सात बच्चों में से कुछ बच्चों में संक्रमण था, जिनमें से कुछ बच्चों में संक्रमण प्रसव के दौरान हुआ था, इसके साथ ही डॉ तिवारी ने कहा कि ये केस हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण थी, फिर भी हमारी टीम ने क्रिटिकल समय में बच्चों का इलाज किया| जिनमें से आज चार बच्चे स्वास्थ्य होकर घर जा रहे है, वही अभी तीन बच्चों का इलाज चल रहा है |

मोहदा बिल्हा निवासी बेबी सुलोचना के परिजन ने कहा कि महादेव अस्पताल ने उनके बच्चों का इलाज अच्छे से किया, इस अस्पताल के डॉक्टरों ने भगवान बनकर हमारे बच्चे को नया जीवन दिया, हम यहां के डॉक्टरों का जीवन भर आभारी रहेंगे |

वही पथरिया ग्रोदा निवासी बेबी शिवकुमारी के परिजन ने बताया कि आज उनके बच्चे स्वास्थ्य है, आज अस्पताल से छुट्टी हो रही है, आज हसी खुशी अपने बच्चे को घर लेकर जा रहे है |

बता दें कि 22 जनवरी मंगलवार की सुबह सिम्स के रेडियोलॉजी विभाग में जनरेटर कनेक्शन में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई थी, जिसके चलते पीडियाट्रिक और आर्थोपेडिक के साथ एनआईसीयू में धुआं भर गया था | इसके बाद सिम्स प्रबंधन ने तत्काल सभी बच्चों को रूम से बाहर निकालकर उनमें से सात नवजात शिशु को इलाज के लिए महादेव हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था |

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